स्टूडेंट लाइफ में डिसिप्लिन बहुत जरूरी होता है और सबसे जरूरी है कि मॉर्निंग रूटीन सही रहे, क्योंकि यह सुबह की शुरुआत अगर अच्छी हो और अनुशासन रहे तो दिन प्रोडक्टिव और पॉजिटिव बना रहता है. वहीं आज के टाइम में कंपटीशन बहुत ज्यादा है और अगर खुद पर काम न किया जाए तो दूसरों से पीछे रह जाएंगे, हालांकि इसके लिए स्ट्रेसफुल लाइफ जीने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि अपने रूटीन को बैलेंस करना चाहिए. कम उम्र से ही ये आदत बनी रहे तो आगे चलकर दिक्कत नहीं होती है. इस आर्टिकल में जानेंगे कि स्टूडेंट्स को कौन सा स्मार्ट और इजी मॉर्निंग रूटीन फॉलो करना चाहिए.
अगर स्टूडेंट्स रूटीन बैलेंस रहे तो इससे पढ़ाई से लेकर खेलने, रिलैक्स करने, से लेकर पर्सनल लाइफ और एक्स्ट्रा एक्टिविटी के लिए भी आसानी से टाइम निकाला जा सकता है, वहीं इससे बच्चों का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी सही बना रहता है. चलिए जान लेते हैं मॉर्निंग रूटीन की अच्छी आदतें.
रेगुलर सही टाइम पर उठना
स्टूडेंट लाइफ में हैं या फिर किसी भी तरह के कंप्टीशन की तैयारी करना चाहते हैं तो सबसे जरूरी है आप रेगुलर टाइम पर उठें. इसके लिए जरूरी है कि रात को सही समय पर सोया जाए. कुछ दिनों तक इसे फॉलो करने में दिक्कत होगी लेकिन ये अनुशासन आपके रूटीन में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा.
बॉडी मूवमेंट हैं जरूरी
सुबह उठने के बाद थोड़ा बॉडी मूवमेंट जरूर करना चाहिए. इससे न सिर्फ शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी आप एक्टिव होते हैं और स्टूडेंट्स के लिए ये बहुत जरूरी है.
बैलेंस्ड ब्रेकफास्ट लेने की आदत
बढ़ती उम्र में और मेंटली हेल्दी रहने के लिए सही न्यूट्रिएंट्स वाला खाना बहुत जरूरी होता है और ब्रेकफास्ट हमेशा हेल्दी लेना चाहिए, क्योंकि इससे दिन के कामों के लिए एनर्जी मिलती है. स्टूडेंट हैं तो हमेशा हेल्दी ब्रेकफास्ट लें.
डेली गोल्स को करें रिव्यू
कंपटीशन के दौर में ये जरूरी है कि आप अपने डेली गोल्स के प्रति सजग रहें. रोजाना सुबह 5 से 10 मिनट ऐसे रखें जब आप शांति से अकेले बैठकर अपने डेली गोल्स को रिव्यू करें. इससे आपको ज्यादा क्लियरिटी आएगी कि आपको पढ़ाई, प्रोजेक्ट समय पर कैसे कंप्लीट करने हैं.
सुबह स्क्रीन टाइम लिमिटेड करें
आज के टाइम में ज्यादातर लोग रात को मोबाइल चलाते हुए सोते हैं और सुबह उठते ही फिर से मोबाइल चेक करते हैं, जो बेहद खराब आदत है. वहीं स्टूडेंट्स को तो खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए. इससे स्ट्रेस लेवल बढ़ता है और आपके मूड पर भी इसका सीधा असर होता है. स्टूडेंट हैं तो मॉर्निंग के साथ ही दिन का स्क्रीन टाइम भी लिमिटेड करें. ये सिंपल सा मॉर्निंग रूटीन अपनाकर हर कोई जिंदगी की रेस में बिना किसी स्ट्रेस के एक बेटर लाइफ जी सकता है.